कमज़ोरी नहीं, ताक़त हूं मैं – एक अकेली माँ की हकीकत"
> "माँ" सिर्फ एक शब्द नहीं, एक दुनिया है।
लेकिन जब वही माँ अकेली हो जाती है – समाज की नज़रों में, रिश्तेदारों की उम्मीदों में, और जिंदगी की जिम्मेदारियों में – तब क्या होता है?
मैं भी एक ऐसी ही माँ हूं। मेरा नाम Rita है, और मैं अपने 8 साल के बेटे Arjun के साथ जिंदगी की लड़ाई लड़ रही हूं।
ना कोई सहारा, ना कोई बड़ा नाम, सिर्फ एक उम्मीद – कि मुझे हार नहीं माननी।
हाल ही में मैंने blogging शुरू की है, क्योंकि मुझे एहसास हुआ कि मेरे पास कहने को बहुत कुछ है, और शायद पढ़ने वालों को उसमें कुछ अपना दर्द, अपनी प्रेरणा, या अपना रास्ता मिल जाए।
घर बैठकर कमाई करना सिर्फ पैसों की ज़रूरत नहीं, सम्मान और आत्मनिर्भरता की लड़ाई है।
इसीलिए मैं हर दिन अपने अनुभव, संघर्ष और सीखी गई बातें इस ब्लॉग के ज़रिए आपके साथ साझा करूंगी।
अगर आप भी किसी मुश्किल दौर से गुज़र रहे हैं, तो याद रखिए –
आप अकेले नहीं हैं।
और अगर आप महिला हैं, माँ हैं, और खुद को टूटा हुआ महसूस करती हैं — तो समझ लीजिए कि आप अभी सबसे ताक़तवर बनने की शुरुआत कर रही हैं।
मेरा ये सफर यहीं से शुरू हुआ है... और मैं चाहती हूं आप भी मेरे साथ चलें।
कमेंट करके ज़रूर बताएं कि आपको मेरी बातें कैसी लगीं।
और अगर आप भी blogging, घर से काम या आत्मनिर्भरता की राह पर चलना चाहते हैं — तो जुड़े रहिए।
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